महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले कुछ दिनों से मनसे और ठाकरे गुट के बीच गठबंधन की चर्चा चल रही है. खास बात यह है कि दोनों ही दलों के नेताओं ने इस गठबंधन को लेकर सकारात्मक संकेत दिए हैं. अब शिव सेना (उद्धव ठाकरे) गुट के विधायक आदित्य ठाकरे ने भी इस गठबंधन पर टिप्पणी की है.
रविवार को पत्रकारों ने आदित्य ठाकरे से मनसे के साथ गठबंधन के बारे में पूछा. इस पर जवाब देते हुए आदित्य ने कहा कि राज्य में बहुत अत्याचार हो रहे हैं. इसमें कहीं न कहीं बदलाव लाना हमारी जिम्मेदारी है. इसलिए आदित्य ठाकरे ने यह सुझाव दिया है कि महाराष्ट्र के हित के लिए लड़ने वाली पार्टियों को एक साथ आकर लड़ना जरूरी है.
इससे पहले मनसे और शिवसेना ठाकरे गुट के बीच गठबंधन पर बात करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा था, ‘देखिए, महाराष्ट्र की जनता के मन में जो है, वही होगा. मनसे और ठाकरे गुट के बीच गठबंधन पर आप क्या संदेश देंगे?
राज और उद्धव क्या फिर आएंगे साथ?
सवाल का जवाब देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, “संदेश क्यों? मैं आपको खबर दूंगा. शिवसैनिकों के मन में कोई भ्रम नहीं हैय उनके सैनिक भी हमारे संपर्क में हैं. दोनों सैनिकों के बीच कोई भ्रम नहीं है. हम जो खबर देना चाहते हैं, वो देंगे.”
ठाकरे बंधुओं के गठबंधन की चर्चा पर ठाकरे गुट की नेता किशोरी पेडनेकर ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने स्पष्ट किया है कि हम अपनी तरफ से इस गठबंधन के लिए सकारात्मक हैं. ‘2022 में, महाराष्ट्र राजनीतिक कीचड़ में फंस गया. इससे नागरिकों और सभी को परेशानी हो रही है, क्योंकि प्रवासियों का दबदबा बढ़ रहा है.
गठबंधन पर महाराष्ट्र में सियासत तेज
उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे से लेकर हम तक, ऐसे सभी लोग इस गठबंधन के लिए सकारात्मक हैं. संजय राउत ने कहा है कि हम अब पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहते. अगर हम पीछे देखेंगे तो हमें कीचड़ ही दिखेगा. इसलिए, आइए पीछे न देखें, आइए आगे देखें,’ उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि ठाकरे समूह मनसे के साथ गठबंधन के लिए सकारात्मक है.